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2022-09-19T00:00:00Z
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https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/lalitpur/railway-office-and-colony-will-be-shifted-towards-nehru-nagar-lalitpur-news-jhs2291251132
Headline
नेहरूनगर की ओर के रेलवे कार्यालय व कॉलोनी होगी शिफ्ट
Date Published
2022-09-20T00:31:00+05:30
Date Published Raw
2022-09-20T00:31:00+05:30
Date Modified
2022-09-20T00:31:00+05:30
Date Modified Raw
2022-09-20T00:31:00+05:30
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    • Name: झांसी ब्यूरो
    • Name Raw: झांसी ब्यूरो
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नेहरूनगर की ओर के रेलवे कार्यालय व कॉलोनी होगी शिफ्ट
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ललितपुर। रेलवे की तीसरी लाइन और चौथे प्लेटफार्म का निर्माण कार्य होने से कर्मचारियों के पुराने आवास और कार्यालयों को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए कुछ कार्यालय प्लेटफार्म एक पर संचालित भी होने लगे हैं। जबकि नेहरू नगर की ओर के आवास और बहुत से कार्यालय भी दूसरी जगह शिफ्ट किए जाएंगे। वहीं रेलवे अफसरों के लिए नया रेस्ट हाउस भी बनकर तैयार हो गया है। जिसका रेलवे के उच्चाधिकारियों द्वारा जल्द ही लोकार्पण किया जा सकता है।
रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेलवे लाइन और चौथे प्लेटफार्म का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसके कारण नेहरू नगर की ओर बनी रेलवे कॉलोनी व रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के कार्यालयों को रेलवे द्वारा दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने प्लेटफार्म संख्या एक पर कुछ इंजीनियरिंग विभाग के कार्यालयों को पहुंचाया है। जिनका संचालन पुराने मालगोदाम वाले भवनों में किया जा रहा है। वहीं देवगढ़ रेलवे क्रॉसिंग के पास नई कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है। नेहरू नगर की ओर रेलवे कॉलोनी के रेल कर्मचारियों को आवास दिया जाएगा। इसके साथ ही देवगढ़ रेलवे क्रॉसिंग के पास ही नया ऑफिसर रेस्ट हाउस का निर्माण भी किया गया है।
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ललितपुर। रेलवे की तीसरी लाइन और चौथे प्लेटफार्म का निर्माण कार्य होने से कर्मचारियों के पुराने आवास और कार्यालयों को शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए कुछ कार्यालय प्लेटफार्म एक पर संचालित भी होने लगे हैं। जबकि नेहरू नगर की ओर के आवास और बहुत से कार्यालय भी दूसरी जगह शिफ्ट किए जाएंगे। वहीं रेलवे अफसरों के लिए नया रेस्ट हाउस भी बनकर तैयार हो गया है। जिसका रेलवे के उच्चाधिकारियों द्वारा जल्द ही लोकार्पण किया जा सकता है।
रेलवे स्टेशन पर तीसरी रेलवे लाइन और चौथे प्लेटफार्म का निर्माण कार्य चल रहा है। जिसके कारण नेहरू नगर की ओर बनी रेलवे कॉलोनी व रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के कार्यालयों को रेलवे द्वारा दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने प्लेटफार्म संख्या एक पर कुछ इंजीनियरिंग विभाग के कार्यालयों को पहुंचाया है। जिनका संचालन पुराने मालगोदाम वाले भवनों में किया जा रहा है। वहीं देवगढ़ रेलवे क्रॉसिंग के पास नई कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है। नेहरू नगर की ओर रेलवे कॉलोनी के रेल कर्मचारियों को आवास दिया जाएगा। इसके साथ ही देवगढ़ रेलवे क्रॉसिंग के पास ही नया ऑफिसर रेस्ट हाउस का निर्माण भी किया गया है।

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https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/lalitpur/railway-office-and-colony-will-be-shifted-towards-nehru-nagar-lalitpur-news-jhs2291251132
Date Downloaded
2023-01-14T00:00:00Z
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https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/banda/bjp-yuva-morcha-blasts-effigies-on-dm-housing-banda-news-knp505705059
Headline
भाजपा युवा मोर्चा ने डीएम आवास पर पुतला फूंका
Date Published
2019-08-04T23:36:21+05:30
Date Published Raw
2019-08-04T23:36:21+05:30
Date Modified
2019-08-04T23:36:21+05:30
Date Modified Raw
2019-08-04T23:36:21+05:30
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    • Name: कानपुर ब्यूरो
    • Name Raw: कानपुर ब्यूरो
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भाजपा युवा मोर्चा ने डीएम आवास पर पुतला फूंका
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फोटो 04 बीएनडीपी-8 : डीएम आवास के पास डीएम का पुतला लेकर प्रदर्शन करते भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ता। अमर उजाला
भाजपा युवा मोर्चा ने डीएम आवास पर पुतला फूंका
विपक्ष की तर्ज पर सड़क पर उतरे सत्तारूढ़ दल सदस्य
प्रतिनिधिमंडल से न मिलने का लगाया आरोप
भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रदर्शन को बताया अनुचित
अमर उजाला ब्यूरो
बांदा। सत्तारूढ़ दल भाजपा के संगठन भारतीय जनता युवा मोर्चा ने रविवार को विपक्षी दल की भूमिका निभाते हुए डीएम आवास के गेट पर डीएम का प्रतीकात्मक पुतला फूंका और नारे लगाए। आरोप लगाया कि उनके प्रतिनिधिमंडल से डीएम नहीं मिले। उधर, भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा है कि इससे संगठन की छवि धूमिल होगी। युवा मोर्चा से जवाब मांगा जा रहा है।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अतुल मोहन की अगुवाई में मोर्चा कार्यकर्ताओं ने डीएम हीरालाल का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कई महीनों से युवा मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन डीएम ने इनकार कर दिया। कहा कि मोर्चा प्रतिनिधिमंडल डीएम को यह बताना चाहता था कि पिछली सरकारों की तरह इस सरकार में काम नहीं होते। संगठन और सरकार की किरकिरी हो रही है। इस शैली को दुरुस्त करें। अन्य जन समस्याएं भी बतानी थीं। आरोप लगाया कि योजनाओं के होर्डिंग्स-बैनर में पीएम, सीएम के फोटो नहीं हैं। सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। अन्ना जानवरों से किसान परेशान हैं। कुआं-तालाब जियाओ अभियान में करोड़ों रुपये का दुरुपयोग हो रहा है।
प्रदर्शन और पुतला फूंकने वालों में मोर्चा महामंत्री आकाश त्रिपाठी व राहुल सोनी, उपाध्यक्ष निखिल सक्सेना, अभिषेक शुक्ला, शशांक परमार, सिद्धार्थ प्रांजल, श्यामबाबू पाल, राहुल द्विवेदी, मंत्री विवेक त्रिपाठी, स्वदेश शिवहरे, अंकित बासू, अनिल पांडेय, संदीप, देवेश मोनू, उमेश गुप्ता, रमन सिंह आदि शामिल रहे।
उधर, प्रदर्शन और पुतला फूंकने पर भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह ने बताया कि उन्हें न इसकी जानकारी दी गई, न अनुमति ली गई। उन्हें पता चला तो उन्होंने फोन पर मोर्चा अध्यक्ष को रोका था। सिर्फ ज्ञापन देने की बात थी। अध्यक्ष ने कहा कि वे सदस्यता अभियान में व्यस्त थे। तभी यह प्रदर्शन किया गया। इससे पार्टी की छवि धूमिल होती है। अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री भी ऐसे कामों से मना किए हैं, जिससे सरकार या पार्टी की छवि धूमिल हो। जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे युवा मोर्चा अध्यक्ष से इस बारे में जवाब मांगेंगे।
इनसेट...
खदान में छापे के बाद छिड़ी जंग
बांदा। भाजयुमो द्वारा डीएम के विरुद्ध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में शनिवार को युवा मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजित गुप्ता कलक्ट्रेट में डीएम हीरालाल से मिलने आए थे, लेकिन डीएम उनसे नहीं मिले। इसे लेकर यह चर्चा आम रही कि शुक्रवार की रात शहर कोतवाली क्षेत्र के गंछा गांव में एसडीएम, खनिज अधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी आदि की टीम ने अवैध खदान और डंप में छापा मारकर पोकलैंड मशीन और कई ट्रैक्टर पकड़कर सीज किए थे। चार ट्रैक्टर चालकों के विरुद्ध एफआईआर कराई थी। माना जा रहा था कि यह छापा डीएम हीरालाल के निर्देश पर मारा गया। चर्चा थी कि इसी बारे में युवा मोर्चा उपाध्यक्ष डीएम से मिलना चाहते थे, लेकिन डीएम ने मिलने से इनकार कर दिया। सोशल मीडिया में भी यही बात छाई रही। हालांकि युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अवैध खनन आदि से अपना कोई संबंध होने की बात को पूरी तरह गलत बताते हैं।
इनसेट...
सारे बवाल की जड़ बालू
बांदा। बालू की कमाई और कारोबार को लेकर बसपा और सपा सरकारों पर आक्रामक रही भाजपा अब न केवल उसी पदचिह्नों पर चल रही है, बल्कि कुछ मामलों में तो पिछली सरकारों से भी एक कदम आगे है। भाजपा के तमाम नेता बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। खदानों और खनिज वाहनों पर खास नजर रहती है। कुछ दिनों पूर्व इसी मामले में यहां के पूर्व खनिज अधिकारी ने भाजपा विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। शहर की सीमा से सटी खदानों से लेकर मध्य प्रदेश में चल रही खदानों तक में भाजपा नेता जुड़े हैं। अपने इस कारोबार को सुचारु जारी रखने के लिए अक्सर अधिकारियों से पंगा ेभी ले रहे हैं।
Article Body Html

फोटो 04 बीएनडीपी-8 : डीएम आवास के पास डीएम का पुतला लेकर प्रदर्शन करते भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ता। अमर उजाला
भाजपा युवा मोर्चा ने डीएम आवास पर पुतला फूंका
विपक्ष की तर्ज पर सड़क पर उतरे सत्तारूढ़ दल सदस्य
प्रतिनिधिमंडल से न मिलने का लगाया आरोप
भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रदर्शन को बताया अनुचित
अमर उजाला ब्यूरो
बांदा। सत्तारूढ़ दल भाजपा के संगठन भारतीय जनता युवा मोर्चा ने रविवार को विपक्षी दल की भूमिका निभाते हुए डीएम आवास के गेट पर डीएम का प्रतीकात्मक पुतला फूंका और नारे लगाए। आरोप लगाया कि उनके प्रतिनिधिमंडल से डीएम नहीं मिले। उधर, भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा है कि इससे संगठन की छवि धूमिल होगी। युवा मोर्चा से जवाब मांगा जा रहा है।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अतुल मोहन की अगुवाई में मोर्चा कार्यकर्ताओं ने डीएम हीरालाल का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कई महीनों से युवा मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन डीएम ने इनकार कर दिया। कहा कि मोर्चा प्रतिनिधिमंडल डीएम को यह बताना चाहता था कि पिछली सरकारों की तरह इस सरकार में काम नहीं होते। संगठन और सरकार की किरकिरी हो रही है। इस शैली को दुरुस्त करें। अन्य जन समस्याएं भी बतानी थीं। आरोप लगाया कि योजनाओं के होर्डिंग्स-बैनर में पीएम, सीएम के फोटो नहीं हैं। सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। अन्ना जानवरों से किसान परेशान हैं। कुआं-तालाब जियाओ अभियान में करोड़ों रुपये का दुरुपयोग हो रहा है।
प्रदर्शन और पुतला फूंकने वालों में मोर्चा महामंत्री आकाश त्रिपाठी व राहुल सोनी, उपाध्यक्ष निखिल सक्सेना, अभिषेक शुक्ला, शशांक परमार, सिद्धार्थ प्रांजल, श्यामबाबू पाल, राहुल द्विवेदी, मंत्री विवेक त्रिपाठी, स्वदेश शिवहरे, अंकित बासू, अनिल पांडेय, संदीप, देवेश मोनू, उमेश गुप्ता, रमन सिंह आदि शामिल रहे।
उधर, प्रदर्शन और पुतला फूंकने पर भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह ने बताया कि उन्हें न इसकी जानकारी दी गई, न अनुमति ली गई। उन्हें पता चला तो उन्होंने फोन पर मोर्चा अध्यक्ष को रोका था। सिर्फ ज्ञापन देने की बात थी। अध्यक्ष ने कहा कि वे सदस्यता अभियान में व्यस्त थे। तभी यह प्रदर्शन किया गया। इससे पार्टी की छवि धूमिल होती है। अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री भी ऐसे कामों से मना किए हैं, जिससे सरकार या पार्टी की छवि धूमिल हो। जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे युवा मोर्चा अध्यक्ष से इस बारे में जवाब मांगेंगे।
इनसेट...
खदान में छापे के बाद छिड़ी जंग
बांदा। भाजयुमो द्वारा डीएम के विरुद्ध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में शनिवार को युवा मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजित गुप्ता कलक्ट्रेट में डीएम हीरालाल से मिलने आए थे, लेकिन डीएम उनसे नहीं मिले। इसे लेकर यह चर्चा आम रही कि शुक्रवार की रात शहर कोतवाली क्षेत्र के गंछा गांव में एसडीएम, खनिज अधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी आदि की टीम ने अवैध खदान और डंप में छापा मारकर पोकलैंड मशीन और कई ट्रैक्टर पकड़कर सीज किए थे। चार ट्रैक्टर चालकों के विरुद्ध एफआईआर कराई थी। माना जा रहा था कि यह छापा डीएम हीरालाल के निर्देश पर मारा गया। चर्चा थी कि इसी बारे में युवा मोर्चा उपाध्यक्ष डीएम से मिलना चाहते थे, लेकिन डीएम ने मिलने से इनकार कर दिया। सोशल मीडिया में भी यही बात छाई रही। हालांकि युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अवैध खनन आदि से अपना कोई संबंध होने की बात को पूरी तरह गलत बताते हैं।
इनसेट...
सारे बवाल की जड़ बालू
बांदा। बालू की कमाई और कारोबार को लेकर बसपा और सपा सरकारों पर आक्रामक रही भाजपा अब न केवल उसी पदचिह्नों पर चल रही है, बल्कि कुछ मामलों में तो पिछली सरकारों से भी एक कदम आगे है। भाजपा के तमाम नेता बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। खदानों और खनिज वाहनों पर खास नजर रहती है। कुछ दिनों पूर्व इसी मामले में यहां के पूर्व खनिज अधिकारी ने भाजपा विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। शहर की सीमा से सटी खदानों से लेकर मध्य प्रदेश में चल रही खदानों तक में भाजपा नेता जुड़े हैं। अपने इस कारोबार को सुचारु जारी रखने के लिए अक्सर अधिकारियों से पंगा ेभी ले रहे हैं।

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https://www.amarujala.com/uttar-pradesh/banda/bjp-yuva-morcha-blasts-effigies-on-dm-housing-banda-news-knp505705059
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2023-02-08T00:00:00Z
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https://www.amarujala.com/dehradun/uttarakhand-central-government-released-one-thousand-crore-rupees-for-bhaniyawala-rishikesh-four-lane-2023-02-09
Headline
Uttarakhand: भानियावाला-ऋषिकेश फोर लेन के लिए एक हजार करोड़ रुपये जारी, सीएम धामी ने जताया केंद्र का आभार
Date Published
2023-02-09T01:17:34+05:30
Date Published Raw
2023-02-09T01:17:34+05:30
Date Modified
2023-02-09T01:17:34+05:30
Date Modified Raw
2023-02-09T01:17:34+05:30
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    • Name: अलका त्यागी
    • Name Raw: अलका त्यागी
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hi
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केंद्र सरकार ने भानियावाला से ऋषिकेश तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हाइब्रिड एनुइटी मोड (एचएएम) में 1036.23 करोड़ रुपये की
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विस्तार

केंद्र सरकार ने भानियावाला से ऋषिकेश तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हाइब्रिड एनुइटी मोड (एचएएम) में 1036.23 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। इस सड़क के फोरलेन बनने से जहां देहरादून से ऋषिकेश का सफर आसान होगा, वहीं रानीपोखरी से ऋषिकश के बीच वन क्षेत्र में मानव-वन्यजीव के संघर्ष को भी रोका जा सकेगा। परियोजना के तहत वन क्षेत्र में चार एलिफेंट कॉरिडोर बनेंगे।

एनएचआई के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने बताया कि देहरादून जिले में भानियावाला-ऋषिकेश मार्ग को फोर लेन बनाने की मंजूरी स्थायी वित्त समिति (एसएफसी) से 16 जनवरी को मिल चुकी है। जबकि डीपीआर, एलाइमेंट इत्यादि के काम भी हो चुके हैं। टेंडर की प्रक्रिया जारी है, इसके बाद प्रोजेक्ट अवार्ड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब दो साल का समय लगेगा।

बताते दें कि 20.6 किमी लंबी इस सड़क के फोर लेन बन जाने से देहरादून से एयरपोर्ट और ऋषिकेश का सफर बेहद कम समय में पूरा किया जा सकेगा। इसके साथ ही रानीपोखरी से आगे करीब 10 किमी क्षेत्र में पड़ने वाले जंगल में आए दिन होने वाली मानव-वन्यजीव के बीच संघर्ष की घटनाओं से भी बचा जा सकेगा। इस सड़क पर ‘सात मोड़’ जैसे डेंजर जोन हैं, जो खत्म हो जाएंगे। रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच हाथियों की आवाजाही के चलते अकसर डर बना रहता है। यहां पर हाथी के हमले में कई लोगों की मौत हो चुकी है। परियोजना के तहत रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच चार एलिफेंट कॉरिडोर भी बनाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री धामी ने जताया केंद्र का आभार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने पीएम मोदी के साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के बन जाने से कनेक्टिविटी के क्षेत्र में उत्तराखंड नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क के फोरलेन बन जाने से स्थानीय लोगों के साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को भी बड़ी राहत मिलेगी।

बरेली-पीलीभीत-सितारगंज पैकेज एक और दो को भी मिली वित्तीय स्वीकृति
बरेली-पीलीभीत- सितारगंज फेज-वन के लिए 1391.64 और फेज-टू के लिए 1464.9 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। इस सड़क का अधिकतर हिस्सा यूपी में बनना है लेकिन इसका लाभ उत्तराखंड को भी मिलेगा।

हाइब्रिड एन्यूइटी मॉडल
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केंद्र सरकार ने भानियावाला से ऋषिकेश तक फोरलेन सड़क निर्माण के लिए हाइब्रिड एनुइटी मोड (एचएएम) में 1036.23 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर खुद इसकी जानकारी दी। इस सड़क के फोरलेन बनने से जहां देहरादून से ऋषिकेश का सफर आसान होगा, वहीं रानीपोखरी से ऋषिकश के बीच वन क्षेत्र में मानव-वन्यजीव के संघर्ष को भी रोका जा सकेगा। परियोजना के तहत वन क्षेत्र में चार एलिफेंट कॉरिडोर बनेंगे।

एनएचआई के क्षेत्रीय अधिकारी सीके सिन्हा ने बताया कि देहरादून जिले में भानियावाला-ऋषिकेश मार्ग को फोर लेन बनाने की मंजूरी स्थायी वित्त समिति (एसएफसी) से 16 जनवरी को मिल चुकी है। जबकि डीपीआर, एलाइमेंट इत्यादि के काम भी हो चुके हैं। टेंडर की प्रक्रिया जारी है, इसके बाद प्रोजेक्ट अवार्ड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू कर दिया गया है। प्रोजेक्ट को पूरा होने में करीब दो साल का समय लगेगा।

बताते दें कि 20.6 किमी लंबी इस सड़क के फोर लेन बन जाने से देहरादून से एयरपोर्ट और ऋषिकेश का सफर बेहद कम समय में पूरा किया जा सकेगा। इसके साथ ही रानीपोखरी से आगे करीब 10 किमी क्षेत्र में पड़ने वाले जंगल में आए दिन होने वाली मानव-वन्यजीव के बीच संघर्ष की घटनाओं से भी बचा जा सकेगा। इस सड़क पर ‘सात मोड़’ जैसे डेंजर जोन हैं, जो खत्म हो जाएंगे। रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच हाथियों की आवाजाही के चलते अकसर डर बना रहता है। यहां पर हाथी के हमले में कई लोगों की मौत हो चुकी है। परियोजना के तहत रानीपोखरी से ऋषिकेश के बीच चार एलिफेंट कॉरिडोर भी बनाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री धामी ने जताया केंद्र का आभार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने पीएम मोदी के साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के बन जाने से कनेक्टिविटी के क्षेत्र में उत्तराखंड नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि इस सड़क के फोरलेन बन जाने से स्थानीय लोगों के साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को भी बड़ी राहत मिलेगी।

बरेली-पीलीभीत-सितारगंज पैकेज एक और दो को भी मिली वित्तीय स्वीकृति
बरेली-पीलीभीत- सितारगंज फेज-वन के लिए 1391.64 और फेज-टू के लिए 1464.9 करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। इस सड़क का अधिकतर हिस्सा यूपी में बनना है लेकिन इसका लाभ उत्तराखंड को भी मिलेगा।

हाइब्रिड एन्यूइटी मॉडल

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https://www.amarujala.com/dehradun/uttarakhand-central-government-released-one-thousand-crore-rupees-for-bhaniyawala-rishikesh-four-lane-2023-02-09