फोटो 04 बीएनडीपी-8 : डीएम आवास के पास डीएम का पुतला लेकर प्रदर्शन करते भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्यकर्ता। अमर उजाला
भाजपा युवा मोर्चा ने डीएम आवास पर पुतला फूंका
विपक्ष की तर्ज पर सड़क पर उतरे सत्तारूढ़ दल सदस्य
प्रतिनिधिमंडल से न मिलने का लगाया आरोप
भाजपा जिलाध्यक्ष ने प्रदर्शन को बताया अनुचित
अमर उजाला ब्यूरो
बांदा। सत्तारूढ़ दल भाजपा के संगठन भारतीय जनता युवा मोर्चा ने रविवार को विपक्षी दल की भूमिका निभाते हुए डीएम आवास के गेट पर डीएम का प्रतीकात्मक पुतला फूंका और नारे लगाए। आरोप लगाया कि उनके प्रतिनिधिमंडल से डीएम नहीं मिले। उधर, भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा है कि इससे संगठन की छवि धूमिल होगी। युवा मोर्चा से जवाब मांगा जा रहा है।
युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अतुल मोहन की अगुवाई में मोर्चा कार्यकर्ताओं ने डीएम हीरालाल का प्रतीकात्मक पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष ने कहा कि कई महीनों से युवा मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने का प्रयास कर रहा था, लेकिन डीएम ने इनकार कर दिया। कहा कि मोर्चा प्रतिनिधिमंडल डीएम को यह बताना चाहता था कि पिछली सरकारों की तरह इस सरकार में काम नहीं होते। संगठन और सरकार की किरकिरी हो रही है। इस शैली को दुरुस्त करें। अन्य जन समस्याएं भी बतानी थीं। आरोप लगाया कि योजनाओं के होर्डिंग्स-बैनर में पीएम, सीएम के फोटो नहीं हैं। सरकारी धन का दुरुपयोग हो रहा है। अन्ना जानवरों से किसान परेशान हैं। कुआं-तालाब जियाओ अभियान में करोड़ों रुपये का दुरुपयोग हो रहा है।
प्रदर्शन और पुतला फूंकने वालों में मोर्चा महामंत्री आकाश त्रिपाठी व राहुल सोनी, उपाध्यक्ष निखिल सक्सेना, अभिषेक शुक्ला, शशांक परमार, सिद्धार्थ प्रांजल, श्यामबाबू पाल, राहुल द्विवेदी, मंत्री विवेक त्रिपाठी, स्वदेश शिवहरे, अंकित बासू, अनिल पांडेय, संदीप, देवेश मोनू, उमेश गुप्ता, रमन सिंह आदि शामिल रहे।
उधर, प्रदर्शन और पुतला फूंकने पर भाजपा जिलाध्यक्ष लवलेश सिंह ने बताया कि उन्हें न इसकी जानकारी दी गई, न अनुमति ली गई। उन्हें पता चला तो उन्होंने फोन पर मोर्चा अध्यक्ष को रोका था। सिर्फ ज्ञापन देने की बात थी। अध्यक्ष ने कहा कि वे सदस्यता अभियान में व्यस्त थे। तभी यह प्रदर्शन किया गया। इससे पार्टी की छवि धूमिल होती है। अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री भी ऐसे कामों से मना किए हैं, जिससे सरकार या पार्टी की छवि धूमिल हो। जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे युवा मोर्चा अध्यक्ष से इस बारे में जवाब मांगेंगे।
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खदान में छापे के बाद छिड़ी जंग
बांदा। भाजयुमो द्वारा डीएम के विरुद्ध प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में शनिवार को युवा मोर्चा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अजित गुप्ता कलक्ट्रेट में डीएम हीरालाल से मिलने आए थे, लेकिन डीएम उनसे नहीं मिले। इसे लेकर यह चर्चा आम रही कि शुक्रवार की रात शहर कोतवाली क्षेत्र के गंछा गांव में एसडीएम, खनिज अधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी आदि की टीम ने अवैध खदान और डंप में छापा मारकर पोकलैंड मशीन और कई ट्रैक्टर पकड़कर सीज किए थे। चार ट्रैक्टर चालकों के विरुद्ध एफआईआर कराई थी। माना जा रहा था कि यह छापा डीएम हीरालाल के निर्देश पर मारा गया। चर्चा थी कि इसी बारे में युवा मोर्चा उपाध्यक्ष डीएम से मिलना चाहते थे, लेकिन डीएम ने मिलने से इनकार कर दिया। सोशल मीडिया में भी यही बात छाई रही। हालांकि युवा मोर्चा प्रदेश उपाध्यक्ष अवैध खनन आदि से अपना कोई संबंध होने की बात को पूरी तरह गलत बताते हैं।
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सारे बवाल की जड़ बालू
बांदा। बालू की कमाई और कारोबार को लेकर बसपा और सपा सरकारों पर आक्रामक रही भाजपा अब न केवल उसी पदचिह्नों पर चल रही है, बल्कि कुछ मामलों में तो पिछली सरकारों से भी एक कदम आगे है। भाजपा के तमाम नेता बालू के अवैध कारोबार में संलिप्त हैं। खदानों और खनिज वाहनों पर खास नजर रहती है। कुछ दिनों पूर्व इसी मामले में यहां के पूर्व खनिज अधिकारी ने भाजपा विधायक के विरुद्ध रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। शहर की सीमा से सटी खदानों से लेकर मध्य प्रदेश में चल रही खदानों तक में भाजपा नेता जुड़े हैं। अपने इस कारोबार को सुचारु जारी रखने के लिए अक्सर अधिकारियों से पंगा ेभी ले रहे हैं।